UPS Pension Scheme: कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लागू, अब 10 साल की नौकरी पर भी मिलेगी पेंशन
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देशभर में भर की केंद्र सरकार की तरफ से सभी कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) को लागु कर दिया गया है जिसके बाद में अब कर्मचारियों में काफी सुरसुराहट देखने को मिल रहा है। अभी ये पेंशन स्कीम नई है तो इसको कर्मचारियों को सामजस्य बैठने में थोड़ा समय जरूर लगेगा। सरकार की तरफ से इस पेंशन योजना को देश के सभी केंद्रीय कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है।
सरकार की तरफ से लागु की गई इस नई पेंशन योजना यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में बहुत सारी इसी भी विशेषताएं लागु की गई है जो पहले वाली पेंशन स्कीम में नहीं थी। अब कर्मचारियों को 10 साल की नौकरी के बाद में भी पेंशन का लाभ मिलेगा जिसमे न्यूनतम 10 हजार रूपए पेंशन निर्धारित की गई है। इसके अलावा न्यूनतम पेंशन में आगे बढ़ौतरी भी भत्तों के बढ़ने के साथ साथ में होती रहेगी।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम के मुख्य लाभ
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के बहुत सारे लाभ देखने को मिलने वाले है जिनमे न्यूनतम पेंशन की गारंटी और फॅमिली पेंशन जैसी बेहतरीन सुविधाओं का लाभ कर्मचारी को मिलने वाला है। चलिए जानते है की UPS में कर्मचारी को कौन कौन से लाभ मिलने जा रहे है जो की उनके फायदे वाले साबित होने वाले है।
- न्यूनतम पेंशन गारंटी: UPS के तहत, कर्मचारियों को उनकी सेवानिवृत्ति पर न्यूनतम ₹10,000 प्रति माह की पेंशन की गारंटी दी जाएगी।
- फैमिली पेंशन: कर्मचारी की मृत्यु होने पर, उसके परिवार को फैमिली पेंशन के रूप में उसकी पेंशन का 50% हिस्सा मिलेगा।
- एकमुश्त भुगतान: सेवानिवृत्ति पर, कर्मचारी को अपने संचित पेंशन फंड का एक हिस्सा एकमुश्त भुगतान के रूप में प्राप्त करने का विकल्प होगा।
- योगदान में लचीलापन: कर्मचारी अपने वेतन का एक निश्चित प्रतिशत पेंशन फंड में योगदान करने का विकल्प चुन सकते हैं।
- पोर्टेबिलिटी: कर्मचारी अपनी पेंशन योजना को एक नियोक्ता से दूसरे नियोक्ता में स्थानांतरित कर सकते हैं।
UPS बनाम NPS – देखें
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) कर्मचारियों के लिए बेहतर मानी जा रही है क्योंकि इसमें नेशनल पेंशन स्कीम का विकल्प सभी कर्मचारियों को मिलता है। इसके अलावा यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में कुछ बातें इसी भी है जो इसको NPS से काफी बेहतर बनती है। चलिए जानते है की दोनों में से कौन बेहतर है।
- गारंटीड रिटर्न: UPS में न्यूनतम गारंटीड रिटर्न मिलता है जो की कर्मचारियों के लिए बहुत फायदे वाला साबित होने वाला है जबकि NPS में रिटर्न बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है और इससे कर्मचारी को काफी नुकसान में रहना पड़ता था। इस नई पेंशन स्कीम में कर्मचारी को ग्रेच्युटी और अन्य लाभ भी प्रदान किये जायेंगे।
- योगदान: UPS में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान होता है, जबकि NPS में केवल कर्मचारी का योगदान होता है (कुछ मामलों में नियोक्ता का योगदान भी हो सकता है)। NPS में सरकार का योगदान 14 फीसदी तक होता था जिसको अब बढाकर 18 फीसदी कर दिया गया है। कर्मचारी दोनों में से किसी एक विकल्प का चुनाव भी कर सकते है लेकिन केवल एक बाद ही इस चुनाव का मौका कर्मचारी को मिलता है।
- निकासी: UPS में एकमुश्त निकासी का विकल्प होता है, जबकि NPS में आंशिक निकासी की अनुमति कुछ शर्तों के साथ होती है।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) कब से लागु होगी
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) को भारत सरकार की तरफ से देश के सभी कर्मचारियों के लिए 1 अप्रैल 2025 से लागु कर दिया जायेगा। योजना के लागु होते है सभी कर्मचारियों को पेंशन और अन्य लाभ मिलने शुरू हो जायेंगे। आपको बता दें की इस पेंशन योजना की और अधिक डिटेल के साथ में जानकारी अभी आनी बाकि है।
जैसे ही जानकारी बाहर आयेगी तो इसकी और अधिक डिटेल आप सभी को बतायेंगे। लेकिन एक बात तो तय है की इस पेंशन योजना से सरकार के द्वारा सभी कर्मचारियों के आने वाले भविष्य को सुरक्षित करने का पूरा प्रबंध किया जाने वाला है और कर्मचारियों को ये पेंशन योजना काफी पसंद भी आने वाली है।
Thanks to central government i know some pvt company is not given to pension ( indirect employees) i suggest
to indirect employees if he save 15% in his basic Salary he gain much better after retirement