भारत सरकार की तरफ से अपने कर्मचारियों की पेंशन को लेकर UPS System लागु कर दिया गया है जिसके चलते कर्मचारियों को काफी अधिक लाभ होने वाला है। इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए भी इसी बीच एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। प्राइवेट कंपनी में काम करने वालों की संख्या करोड़ों में है और सरकार अगर ये फैसला ले लेती है तो करोड़ों परिवारों को इसका लाभ मिलेगा। साथ में सभी को अब अधिक पेंशन का लाभ भी मिलना शुरू हो जायेगा। देखिये सरकार की तरफ से कौन से नए नियम लागु करने पर आगामी दिनों में विचार किया जा सकता है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की तरफ से सभी कर्मचारियों की अभी तक को पेंशन गणना के समय में वेतन की सीमा है उसमे बढ़ौतरी करने की डिमांड सरकार से की गई है। अब अगर सरकार इस पर अपना फैसला कर्मचारियों के हक में ले लेती है तो फिर करोड़ों कर्मचारियों की मौज हो जाएगी और उनको रिटायरमेंट के बाद में काफी तगड़ी पेंशन का लाभ मिलने वाला है।
वेतन की सीमा बढ़ने की मांग
आपको बता दें की अभी तक जो खबर निकलकर सामने आ रही है उसके अनुसार श्रम मंत्रालय की तरफ से देश के वित्त मंत्रालय से डिमांड की गई है की कर्मचारियों की पेंशन की गणना अभी मौजूदा समय में जो ₹15000 से की जा रही है उसको बढाकर अब ₹21000 किया जाना चाहिए।
पेंशन और EPF योगदान पर होगा इसका असर
श्रम मंत्रालय की तरफ से इसके प्रस्ताव को इसी साल के अप्रैल महीने में भेजा गया था और उस प्रस्ताव में ही कर्मचारियों की पेंशन की गणना अभी जो 15 हजार पर की जाती है उसको 21 हजार की मांग की गई थी। आपको बता दें की साल 2014 से ही पेंशन की गणना 15 हजार रूपए से की जा रही है और इसकी ही सीमा को बढ़ने को लेकर बात हो रही है।
सरकार की तरफ से अगर इसको मंजूरी दे दी जाती है तो प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले करोड़ों कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन की राशि में काफी बड़ा बदलाव होगा और इसके साथ ही कर्मचारी के द्वारा किये जाने वाले अंशदान पर भी इसका प्रभाव पड़ने वाला है।
हर महीने मिलने वाली सैलरी कम हो जायेगी
जी हां ये बिलकुल सही है की आपको हर महीने जो वेतन मिलता है उसमे से अधिक पैसे EPFO में चले जायेंगे जिसके चलते आपको हर महीने मिलने वाला वतन कम हो जायेगा। लेकिन ये आपके आने वाले भविष्य के लिए सही होगा। सरकार की तरफ से वेतन की सीमा को 15 हजार रूपए की जगह पर अगर 21 हजार रूपए कर दी जाती है तो आपको हर महीने 2550 रूपए अधिक पेंशन का लाभ मिलेगा।
इसकी गणना करने के लिए औषत वेतन X पेंशनबल सर्विस/70 फॉर्मूले का इस्तेमाल किया जाता है। यहां पर जो औषत वेतन लिया जाता है वो कर्मचारी की मूल सैलरी और उसको मिलने वाला महंगाई भत्ता शामिल होता है। नए नियम लागु होने के बाद में कर्मचारी के भविष्य निधि में जो अंशदान होता है वो अधिक होने लगेगा जिसके चलते हर महीने मिलने वाला वेतन कम हो जायेगा।
Respected sir Pradhan mantri shree Narendra Modi ji desh ki berojgari kab door hogi desh ki janta ko kuch skimo ke madhyam se labh to mil raha hai lekin desh me mahgae itni ho gae hai ki desh ki janta paresan hai . respected sir ji se nivedan hai ki mahgae kam karne ki kripa karen.