सुकन्या समृद्धि योजना (SSY Scheme) को भारत सरकार की तरफ से इस हिसाब से डिज़ाइन किया गया है की बेटियों को उनकी पढाई और उनकी शादी के लिए अब परिवार वालों पर एकदम से आर्थिक बोझ का कारन नहीं बनना पड़ेगा क्योंकि इस स्कीम में जब अभिभावक निवेश करते है तो सरकार उस पैसे काफी काफी अधिक ब्याज दरों के साथ में लाभ प्रदान कर रही है।
सुकन्या समृद्धि योजना को भारत की मोदी सरकार की तरफ से साल 2015 में शुरू किया गया था और केंद्र सरकार की एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है जो बेटियों के भविष्य को उज्जवल करने का और उनके भविष्य को बेहतर करने का काम कर रही है। हमने जब पोस्ट ऑफिस के आधिकारिक रामसिंह से बात की तो उन्होंने बताया की मौजूदा समय अभिभावक अपनी बेटी के भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहते है और इस योजना ने उनकी बेटी को लेकर हर प्रकार की चिंता को समाप्त करने का काम किया है।
डाकघर की सुकन्या समृद्धि योजना में अधिक ब्याज दर तो मिलती है है साथ में बेटी की पढाई के लिए जब बेटी 18 साल की होती है तो खाते में कुल जमा का 50 फीसदी हिस्सा निकाला जा सकता है जिससे बेटी को उच्चा शिक्षा का लाभ दिलाया जा सकता है। जब बेटी की आयु शादी की होती है तो भी खाते में जमा पैसे में से पैसे निकलकर सभी खर्चो को पूरा किया जा सकता है।
अगर आप भी अपनी बेटी के भविष्य की चिंता करते है तो आपको इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इस स्कीम में हमने पूरी जानकारी अच्छे से समझे है। चलिए जानते है इस स्कीम के हर पहलु के बारे में डिटेल में –
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY Scheme) में खाता खुलवाने के नियम
सबसे पहले तो हम इस बात के बारे में विस्तार से जानकारी आपको दे देते है की भारत सरकार की इस बेहतरीन स्कीम सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में खाता खुलवाने के नियम कौन कौन से हैं क्योंकि आपको खाता खुलवाने से पहले इन सभी नियमों को जानना बहुत जरुरी है। तो देखिये की आपको खाता खुलवाने से पहले कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना होगा।
सबसे पहले तो आपको ये ध्यान रखना होगा की इस स्कीम में आप बेटी की आयु अधिकतम 10 साल की होने तक ही खाता खुलवा सकते है। अगर बेटी की आयु 10 वर्ष से अधिक हो जाती है तो आप इस स्कीम में बेटी के नाम से खाता नहीं खुलवा सकते है। इसके अलावा मौजूदा समय में भारत सरकार की तरफ से इस स्कीम में केवल एक परिवार से दो बेटियों को ही लाभ दिया जाता है।
इसमें कुछ परिस्थितियों में तीन बेटियों को भी लाभ मिलता है जैसे अगर पहली बेटी के जन्म के बाद में जब दूसरी बेटी का जन्म होता है उस समय जुड़वां बेटी का जन्म हो जाता है तो फिर तीनों बेटियों को इस योजना में खाता खुलवाने का हक़ प्रदान किया जाता है।
एसएसवाई स्कीम में निवेश की अवधी और सीमा क्या है?
इसके अलावा आपको बता दें की इस स्कीम में केवल 15 साल की अवधी के लिए बेटी के खाते में अभिभावकों को निवेश करना होता है लेकिन स्कीम की मच्योरिटी की अवधी 21 साल की होती है। आप जो 15 साल की अवधी के लिए निवेश करते है इसमें आपको हर साल निवेश करना होता है।
एक साल में आप कम से कम 250 रूपए का निवेश कर सकते है और अधिकतम इस स्कीम में एक साल में 1 लाख 50 हजार रूपए का निवेश किया जा सकता है। आप सुकन्या समृद्धि योजना (SSY Scheme) में हर महीने भी पैसे जमा कर सकते है या फिर 6 महीने में भी जमा कर सकते है। बस आपको सालाना की जो लिमिट दी गई है इसके अंतर्गत ही पैसा का निवेश करना होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में खाता कैसे खुलवाते है?
चलिए अब बात कर लेते है की सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account) में आप बेटी के नाम से खाता कैसे खुलवा सकते है। देखिये इसमें आप किसी भी सरकारी वित्तीय संसथान में जाकर खाता खुलवा सकते है। जैसे बैंक में भी खाता खुलवाया जा सकता है और पोस्ट ऑफिस में भी खाता खुलवाया जा सकता है। ज्यादातर लोग डाकघर में ही अपनी बेटी के नाम से खाता खुलवाते है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account) में आपको एक बात और भी है जो मालूम होनी जरुरी है। आज के समय में सभी लोग ऑनलाइन पेमेंट करते है इसलिए बैंक में अगर आप खाता खुलवाते है तो आपको ऑनलाइन पेमेंट करने के ऑप्शन मिल जाता है लेकिन डाकघर में आपको खुद से जाकर ही निवेश करना होगा।
सुकन्या समृद्धि योजना में कितना ब्याज मिलता है?
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account) में काफी अधिक ब्याज दरों का लाभ बेटियों को सरकार की तरफ से दिया जा रहा है जिसके चलते मच्योरिटी पर उनको जो राशि मिलती है वो काफी अधिक होती है। इस समय साल 2024 में सुकन्या समृद्धि योजना (SSY Scheme) में जो ब्याज मिल रहा है वो 8.2 फीसदी दिया जा रहा है लेकिन समय समय पर सरकार की तरफ से ब्याज दरों में बदलाव भी किया जाता है।
हर महीने 1 हजार जमा पर कितना पैसा मिलता है?
भारत सरकार की इस सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account) में अगर आप बेटी के नाम से हर महीने एक हजार रूपए का निवेश कर रहे है तो आपको 1 साल में 12 हजार रूपए का निवेश करना होगा। आप 15 साल तक इसमें निवेश करने वाले है तो आपको इस स्कीम में 15 साल में कुल 1 लाख 80 हजार रूपए का निवेश करते है।
आपको 1 लाख 80 हजार रूपए के निवेश पर जब स्कीम की मच्योरिटी का समय होता है तो डाकघर या फिर बैंक की तरफ से कुल 3 लाख 74 हजार 206 रूपए केवल ब्याज दिया जाता है। इसके अलावा टोटल रिटर्न इसमें बेटियों को 21 वर्ष पुरे होने के उपरांत में 5 लाख 54 हजार 206 रूपए का मिलने वाला है। ये गणना हर महीने 1 हजार रूपए के निवेश की की गई है।